Shruti Sharma IAS:प्रेरणादायक व्यक्ति जो 2021 में UPSC परीक्षा में AIR 1 टॉपर बनीं। UPSC CIVIL SERVICES परीक्षा वास्तव में कठिन है, और उन्होंने साबित कर दिया कि यदि आप वास्तव में कड़ी मेहनत करते हैं और अपने लक्ष्यों पर केंद्रित रहते हैं, तो आप जीवन में जो कुछ भी चाहते हैं उसे हासिल कर सकते हैं। उसकी कहानी न केवल स्कूल में अच्छा प्रदर्शन करने के बारे में है, बल्कि यह भी बताती है कि वह कितनी दृढ़ और समर्पित थी। उनकी सफलता की कहानी एक चमकती रोशनी की तरह है जो हमारे देश भर के छात्रों को कड़ी मेहनत करने और IAS बनने जैसे अपने सपनों को पूरा करने के लिए प्रेरित कर सकती है। खुद को प्रेरित होने और अपनी आत्मा को ऊपर उठाने के लिए प्रोत्साहित करें। तो आइए उनकी कहानी पढ़ना शुरू करें;
परिचय:Introduction, Early life & Education
श्रुति शर्मा का जन्म 1997 में उत्तर प्रदेश के बिजनौर शहर में हुआ था। वह एक मेधावी छात्रा थीं और हमेशा नई चीजें सीखने में रुचि रखती थीं। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा केंद्रीय विद्यालय, बिजनौर से पूरी की और दिल्ली विश्वविद्यालय से इतिहास में स्नातक की उपाधि प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, नई दिल्ली से आधुनिक इतिहास में मास्टर डिग्री हासिल की। वह यूपीएससी परीक्षा में शीर्ष रैंक हासिल करने वाली उत्तर प्रदेश की पहली महिला हैं।
श्रुति शर्मा हमेशा से एक IAS अधिकारी बनना चाहती थीं। उनका मानना था कि यह लोगों के जीवन में बदलाव लाने और अपने देश की सेवा करने का एक तरीका है। उनके माता-पिता, सुनील दत्त शर्मा और रचना शर्मा, दोनों ही शिक्षित और करियर-ओरिएंटेड हैं। उन्होंने श्रुति को कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प का महत्व सिखाया और उसे अपने सपनों को पूरा करने के लिए प्रोत्साहित किया।
2018 में, श्रुति ने यूपीएससी परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी। उन्होंने दिल्ली में एक कोचिंग संस्थान में शामिल हो गई और दिन में लगभग 12 घंटे पढ़ाई करती थीं। कड़ी मेहनत और समर्पण के साथ, उन्होंने 2021 में परीक्षा में शीर्ष रैंक हासिल की।
श्रुति शर्मा एक प्रेरणादायक व्यक्ति हैं। उन्होंने दिखाया है कि कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प से कुछ भी हासिल किया जा सकता है। वह सभी युवाओं के लिए एक रोल मॉडल हैं जो अपने सपनों को पूरा करना चाहते हैं।
UPSC तैयारी की शुरुआत:shruti sharma UPSC journey
यूपीएससी तैयारी की शुरुआत की बात करते समय, श्रुति ने बताया कि उनके मन में हमेशा से ही एक सपना था कि वह भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) में सेवारत हों। उनका यह सपना न सिर्फ उनके अपने लिए बल्कि समाज के लिए भी कई सुधार करने की इच्छा का परिणाम था। उन्होंने कहा कि "मैंने हमेशा से उस समाज के लोगों के लिए कुछ करने का सपना देखा है जो समाज में सुधार की आवश्यकता है।"
आईएएस का परिचय:IAS ka full form
IAS ka fill form "Indian Administrative Service."। यह एक प्रतिष्ठित सिविल सेवा है और भारत की प्रमुख प्रशासनिक सिविल सेवाओं में से एक मानी जाती है। IAS भारतीय पुलिस सेवा (IPS) और भारतीय वन सेवा (IFS) के साथ अखिल भारतीय सेवाओं का हिस्सा है और ये सेवाएं केंद्रीय और राज्य स्तरों पर विभिन्न प्रशासनिक और सार्वजनिक सेवा कार्यों के लिए जिम्मेदार होती हैं। IAS अधिकारियों की भर्ती संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा आयोजित की जाती है और इसके चयन प्रक्रिया में प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार (व्यक्तित्व परीक्षण) तीन चरण होते हैं। IAS अधिकारियों का कार्य महत्वपूर्ण होता है, वे केंद्रीय और राज्य सरकारों के विभिन्न विभागों और संगठनों में मुख्य पदों पर कार्य करते हैं और उनकी जिम्मेदारियों में नीति निर्माण, सरकारी योजनाओं के प्रयोजन, सार्वजनिक प्रशासन, कानूनी प्रवर्तन और कानून और व्यवस्था की देखरेख शामिल होती है। IAS अधिकारियों का कर्तव्य देश की विकास और प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए समर्पण, प्रोफेशनलिज्म और प्रतिबद्धता से भरा होता है।
संघर्षों का सामना:difficulties in life
Shruti की UPSC तैयारी में भी कई संघर्ष और मुश्किलें थीं। उन्होंने स्वीकार किया कि तैयारी के दौरान वक्त-वक्त पर हारने की भावना उन्हें कई बार सताती थी, लेकिन वे हार नहीं मानने वाली थीं। उन्होंने कहा, "हार जीत से कितनी दूर है, यह आप तब जान सकते हैं जब आप हार मान लेते हैं, और मैं तो हारने का नाम ही नहीं लेती।"
यूपीएससी की तैयारी:Preparation of IAS
श्रुति ने यूपीएससी की तैयारी के लिए एक विशेष रणनीति का पालन किया। उन्होंने अपने तैयारी की शुरुआत चार साल पहले की थी, जब वह एनसीईआरटी पुस्तकें पढ़ने के साथ-साथ करती थी। वर्तमान मामलों की तैयारी के लिए, उन्होंने समाचार पर अधिक ध्यान दिया और उन्होंने देश और विदेश में क्या हो रहा है उस पर विशेष तरीके से ध्यान दिया। वार्तापत्रिकाएँ नियमित रूप से पढ़ने से उनकी यूपीएससी की तैयारी में मदद मिली।
उन्होंने यूपीएससी परीक्षा की साक्षात्कार की तैयारी के लिए कुछ ऑनलाइन परीक्षण भी दिए, जिनसे उन्हें पर्याप्त प्रैक्टिस मिल सके और असली परीक्षा से पहले किस प्रकार के प्रश्नों का सामना करना होगा, उसका अनुभव हो सके।
कोचिंग का महत्व:Coaching
श्रुति ने अपनी तैयारी के दौरान कोचिंग की मदद भी ली। उन्होंने बताया कि कोचिंग से उन्हें नई दिशाएँ मिलीं और उनके विचारों में सुधार हुआ। यह उन्हें आत्म-मूल्यांकन करने का मौका भी देता है और सही मार्गदर्शन करने में मदद करता है।
व्यक्तिगत अनुभव और संबंध:Personal experience
श्रुति के व्यक्तिगत अनुभव और संबंध भी उनकी यूपीएससी की तैयारी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उनका सिर्फ रिश्तेदार ही नहीं, बल्कि दोस्त और साथी भी उनके सपनों की पुरी करने में मदद करते थे। उन्होंने कहा कि "मेरे साथी मेरे सपनों के पीछे खड़े रहे और मुझे हमेशा मनोबल बनाए रखने में मदद करते थे।"
आईएएस बनने की आशाएँ:Expectations
श्रुति शर्मा की आईएएस बनने की आशाएँ बेहद उच्च थी। वे यह महसूस करती थीं कि आईएएस के माध्यम से उन्हें समाज की सेवा करने का एक महत्वपूर्ण मंच मिलेगा और उन्हें अपने सपनों को पूरा करने का मौका मिलेगा।
परीक्षा के स्तर दर स्तर:Level by Level of Examination:Pattern of Examination
प्रदर्शन इस 3 स्तरों में:
1. प्रारंभिक परीक्षा (Preliminary Examination):
- श्रुति शर्मा ने यह पहले स्तर का परीक्षा दिलाकर अपनी उच्चतम साधना की थी।
- इसमें दो पेपर होते हैं: general studies paper-I और general studies paper -II (CSAT)।
- general studies paper-I में वर्तमान मामले, भारतीय इतिहास, भूगोल, राजव्यवस्था, अर्थव्यवस्था, पर्यावरण, विज्ञान और प्रौद्योगिकी आदि के विषय शामिल होते हैं।
- general studies paper-II (CSAT) में अभियोग्यता, तार्किक तर्क, डेटा विश्लेषण और मौलिक संख्यात्मकता की जांच की जाती है।
- दोनों पेपर वस्त्ररूप (objective प्रश्न) होते हैं।
- prelims परीक्षा का उद्देश्य मुख्य परीक्षा के लिए उम्मीदवारों का चयन करना होता है।
2. मुख्य परीक्षा (Main Examination):
- prelims परीक्षा को सफलतापूर्वक पारित करने वाले उम्मीदवार main परीक्षा में प्रवेश प्राप्त करते हैं।
- इसमें नौ पेपर होते हैं, जिनमें से दो पेपर योग्यता प्रमाणित करने के लिए होते हैं (भारतीय भाषा और अंग्रेजी)।
- शेष सात पेपर चुने गए विषयों पर आधारित होते हैं (निबंध, general studies-I, II, III और IV, और दो वैकल्पिक पेपर)।
- मुख्य परीक्षा वर्णनात्मक प्रकृति की होती है, जिसमें गहरी समझ और विश्लेषणात्मक क्षमताओं का महत्व होता है।
3. साक्षात्कार (personality test):
- मुख्य परीक्षा को सफलतापूर्वक पारित करने वाले उम्मीदवार interview के लिए बुलाए जाते हैं।
- interview पैनल उम्मीदवार की व्यक्तित्व, संवाद कौशल, ज्ञान और सिविल सेवाओं में करियर के लिए उपयुक्तता का मूल्यांकन करता है।
- interview 275 अंकों का होता है और यह अंतिम चयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
आखिरी मेरिट सूची उम्मीदवार की मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार में प्रदर्शन के आधार पर तैयार की जाती है। प्रारंभिक परीक्षा एक छंटनी परीक्षा होती है और इसके अंकों को अंतिम चयन में नहीं गिना जाता है।
यह महत्वपूर्ण है कि प्रत्येक स्तर की परीक्षा के लिए UPSC द्वारा निर्धारित योग्यता मानदंड, पाठ्यक्रम और अन्य दिशानिर्देश होते हैं। उम्मीदवारों को व्यापक रूप से तैयारी करनी होती है, विभिन्न विषयों की छोड़ कर उनकी गहरी समझ और विश्लेषणात्मक और संवादनात्मक क्षमताओं को विकसित करने के लिए।
परिणाम का समय:Result Movement
परीक्षा के परिणाम का समय वाकई एक महत्वपूर्ण और अद्वितीय पल होता है। श्रुति भी अपने परिणाम के इंतजार में थीं और जब उन्हें पता चला कि उन्होंने पहले स्थान पर आया है, तो उनकी खुशी की कोई सीमा नहीं रही ।श्रुति के आंसू और मुस्कान दोनों दिखाई दिए, जिनसे उनकी खुशी और उत्साह पता चलता था उनके माता-पिता की आँखों में गर्व था, क्योंकि उनकी बेटी ने अपने सपनों को पूरा किया था। इस परिणाम ने उन्हें आश्वस्त किया कि मेहनत और समर्पण से हर संघर्ष को जीता जा सकता है।
मीडिया कवरेज:Media coverage
उनकी सफलता के बाद, मीडिया ने उनकी कवरेज की और उनकी कड़ी मेहनत और संघर्ष की कहानी को साझा किया। इससे उनकी प्रेरणास्त्रोत की भूमिका और भी महत्वपूर्ण बन गई।
shruti sharma ias marksheet (आईएएस परीक्षा में प्राप्त अंक):
श्रुति शर्मा ने आईएएस परीक्षा 2021 में प्राप्त किए गए अंकों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने निम्नलिखित प्रमुख विषयों में अंक प्राप्त किए:
1. निबंध (पेपर - I): 132 अंक
2. सामान्य अध्ययन - I (पेपर - II): 119 अंक
3. सामान्य अध्ययन - II (पेपर - III): 128 अंक
4. सामान्य अध्ययन - III (पेपर - IV): 108 अंक
5. सामान्य अध्ययन - IV (पेपर - V): 139 अंक
6. वैकल्पिक - I (इतिहास) (पेपर - VI): 150 अंक
7. वैकल्पिक - II (इतिहास) (पेपर - VII): 156 अंक
**लिखित कुल: 932 अंक
**व्यक्तिगतता परीक्षण: 173 अंक
**अंतिम कुल: 1105 अंक
प्रथम स्थान हासिल करने का भावना:AIR 1 rank securing Feelings
श्रुति शर्मा को पहले स्थान पर आकर एक विशेष भावना का अनुभव हुआ। उन्होंने कहा, "मेरे लिए यह एक अद्वितीय और गर्व की बात है। मेरी मेहनत और संघर्ष ने मुझे यहाँ तक पहुँचाया है और मैं गर्व से कह सकती हूँ कि मैंने पहले स्थान पर आकर अपने सपनों को पूरा किया है।"
AIR rank 1 प्राप्त करने के बाद श्रुति शर्मा की भावनाएँ अत्यंत गहराईयों तक पहुँची। यह उनके लिए गर्व का पल था, जिसमें सफलता की मिठास से जुड़ी थी। उन्होंने अपने मेहनती प्रयासों का परिणाम पाया और यह उन्हें आत्म-संवाद और उत्साह से भर दिया कि आपकी मेहनत हमेशा उत्कृष्टता की ओर ले जाती है। उनका मनोबल बहुत ही ऊंचा था और वे यह महसूस कर रही थीं कि उन्होंने अपने लक्ष्य की दिशा में ठान ली थी और उसे प्राप्त कर लिया था। इस उपलब्धि ने उन्हें यह आश्वासन दिलाया कि किसी भी मुश्किल में उन्हें सहसंघटित रहने और आगे बढ़ने की क्षमता है।
shruti sharma ias मोटिवेशनल कोट्स:
1. "हार जीत से कितनी दूर है, यह आप तब जान सकते हैं जब आप हार मान लेते हैं, और मैं तो हारने का नाम ही नहीं लेती।" - श्रुति शर्मा
2. "सपनों की पूर्ति के लिए समर्पित रहने की क्षमता ही सफलता की कुंजी होती है।" - श्रुति शर्मा
3. "आईएएस बनने के लिए सफलता की कुंजी निष्ठा और मेहनत में ही है।" - श्रुति शर्मा
4. "अपने लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए हमें मुश्किलों का सामना करना पड़ता है, लेकिन जीत हमारी होती है जब हम हार नहीं मानते।" - श्रुति शर्मा
5. "आईएएस बनने का सपना हो या कोई और लक्ष्य, महत्वपूर्ण है कि हम अपने मार्ग पर पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ चलें।" - श्रुति शर्मा
Shruti sharma estimated IAS salary
Breakdown for an entry-level IAS officer Shruti Sharma
Based on last knowledge update in September 2022.Component Amount (Approx.)
Basic Pay Rs. 56,100
Dearness Allowance Variable
House Rent Allowance Variable
Travel Allowance Variable
Medical Allowance Variable
Other Allowances Variable
Total (Monthly) Rs. 120,000 - 185,000
निष्कर्ष:Conclusion
Shruti sharma IAS की कहानी हमें यह सिखाती है कि महत्वपूर्ण नहीं है कि हम कितनी मुश्किलों का सामना करते हैं, बल्कि यह कि हम उन मुश्किलों को पार कैसे करते हैं। उनकी मेहनत, आत्मविश्वास और संघर्ष ने उन्हें सफलता दिलाई और वो अपने सपनों को पूरा करके हमें एक प्रेरणा स्रोत बन गई हैं।
Note: source of info:
NDTV: https://www.ndtv.com
The Times of India: https://timesofindia.indiatimes.com
The Indian Express: https://indianexpress.com
Hindustan Times: https://www.hindustantimes.com
The Hindu: https://www.thehindu.com
CNN-News18: https://www.news18.com
India Today: https://www.indiatoday.in
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